फिर भी

बरसो पुरानी कब्र का किया गया स्थलांतर

अकोट शहर पर लगा हुआ अतिसंवेदनशीलता धब्बा पचने के लिए सभी धर्म में नागरिक आगे आए हैं 1 मई 1968 पूर्व के सार्वजनिक सरकारी जगह का वह विकास कार्य में बाधा निर्माण करने वाले धार्मिक स्थलों का निष्कासन 8 मार्च के बाद कभी भी शुरू किया जाएगा अकोट शहर की संवेदनशीलता देते अकोट शहर पुलिस निरीक्षक गजानन शेळके ने हर धार्मिक स्थलों के जिम्मेदार पदाधिकारियों के अलग- अलग सभा लेकर के धार्मिक स्थल निष्कासन की अपरिहार्यता उनके ध्यान में लाकर इसके लिए प्रशासन को सहयोग करने का आह्वान किया था.

उनके आवाहन को व्यापक प्रतिशत मिलकर हिंदू मुस्लिम वह बौद्ध बाधव होने धीरे-धीरे स्वयंमस्फूर्ति से धार्मिक स्थलों का निष्कासन शुरू किया संवेदनशील अकोट शहर की नई पहचान निर्माण होने की प्रक्रिया शुरू हुई है इसके पूर्व 1 मई 1960 के बाद के 45 धार्मिक स्थलो का निष्कासन सफलता से किसी भी अनुचित प्रकार ना होते हुंए सफलता से संपन्न हुआ था निष्कासन के दूसरे चरण में कुल 10 धार्मिक स्थलों का निष्कासन प्रशासन की तरफ से किया जाएगा.

जिसमें सबसे महत्वपूर्ण 350 वर्ष पूर्व के वर्तमान में शिवाजी चौक अकोट के दो दरगाह अत्यंत महत्वपूर्ण है उसमें से अकोट शहर का मुश्ताक अली मोहम्मद अली के पूर्वजों की कब्र का पीर करोडी दरगाह वह मोहम्मद अली सैयद जफर के पूर्वजों की कबर गैभी शाह बाबा की दरगाह का समावेश है मुस्लिम समाज के धार्मिक भावना का विचार करते उक्त दरगाह उक्त दरगाह निष्कर्षण करने के पूर्व दोनों दरगाह के कबरी का विधीवत स्थालंतर होना अत्यंतआवश्यक था.

उसका विचार कर पुलिस निरीक्षक गजानन शेळके ने दोनों दरगाह के वर्तमान में विरासत रहने वाले अनुक्रमण से मुश्ताक अली मोहम्मद अली मोहम्मद अली सैयद अली के साथ बार-बार सभा लेकर उसके साथ चर्चा की दोनों मुस्लिम बंधुओं ने सकारात्मक भूमिका लेकर प्रशासन को सहयोग करने की तैयारी दिखाएं व उक्त कबर की मिट्टी विधिवत धार्मिक पद्धति से योग्य स्थान पर स्वय से स्थलांतर कर उक्त धार्मिक स्थल का निष्कासन करने में महत्वपूर्ण भूमिका ली.

इस तौर पर बुधवार की सुबह 4:30 बजे से उक्त प्रक्रिया को शुरुआत कर सुबह 7:00 बजे तक दोनों कबरी खोदकर उसमें से मिट्टी धार्मिक पद्धति से विधिवत दूसरे उचित स्थान पर स्थानांतरित की गई संवेदनशील अकोट शहर में हिंदू-मुस्लिम वह बौद्ध बंधुओं की सामंज्यस भूमिका से अकोट शहर पर लगा संवेदनशीलता का धब्बा पोछने के लिए सुनिश्चित रुप से मदद होने से पुलिस निरीक्षक गजानन शेळके नें हिंदू मुस्लिम व बौद्ध बांधव का अभिनंदन किया है.

इस कार्य में पुलिस अधीक्षक एम कलासागर अप्पर पुलिस अधीक्षक विजयकांत सागर उपविभागीय पुलिस अधिकारी छगनराव इंगळे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक शेळके सहायक पुलिस निरीक्षक न्यानोबा फड पुलिस निरीक्षक महेंद्र गवई गणेश पाटिल व कर्मचारीयो ने की यहा किसी भी प्रकार का अनुचित प्रकार नही हुंआ.

[स्रोत- शब्बीर खान]

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