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ट्रायल के दौरान दीवार तोड़कर बाहर आई मेट्रो, DMRC ने मानी गलती

दिल्ली की मैजेंटा लाइन पर पिछले 6-7 महीनों से ट्रायल किया जा रहा है मगर 19 दिसंबर को DMRC की गलती के कारण दिल्ली मेट्रो हादसे का शिकार हो गई. कालिंदी कुंज डिपो में मेंटेनेंस के दौरान दिल्ली मेट्रो ट्रेन दीवार तोड़कर बाहर आ गई. गनीमत है हादसे के दौरान कोई भी मेट्रो कर्मी घायल नहीं हुआ.

नोएडा और दिल्ली के बीच की दूरी को कम करने के लिए मैजेंटा लाइन का निर्माण किया जा रहा है यह मेट्रो कालकाजी से नोएडा बोटैनिकल गार्डन के बीच चलाई जाएगी जिस पर 25 दिसंबर से आवागमन जारी किया जाएगा हालांकि पिछले कुछ महीनों से ट्रेनों का यह ट्रायल चल रहा है मगर मंगलवार को दोपहर 3:30 बजे के करीब ट्रायल के बाद जब ट्रेन को मेंटेनेंस के दौरान वाशिंग के लिए शेड में लाया गया तो डीएमआरसी की गलती के कारण ट्रेन  श्लोक पर बने ट्रक से आगे निकल गई और दीवार से टकराकर दीवार तोड़ बाहर जा पहुंची.

डीएमआरसी ने इस पर सफाई ना पेश करते हुए कहा कि यह हादसा एक मानवीय भूल का खामियाजा है. भूलवश मेंटेनेंस के दौरान ट्रेन ब्रेक डिसएबल किए जाते हैं और जब ट्रेन को सेट से बाहर निकाला जाता है तो ब्रेक फिर से एक्टिवेट करने पड़ते हैं लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हो पाया जिस कारण ट्रेन हादसे का शिकार हो गई. यह डीएमआरसी की गलती है और हम कोशिश करेंगे ऐसा फिर कभी ना हो.

आपकी जानकारी के लिए बता दें नई मेट्रो लाइन का उद्घाटन 25 दिसंबर को क्रिसमस के मौके पर प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. इस मेट्रो लाइन का निर्माण इसलिए किया गया है कि नोएडा से साउथ दिल्ली की दूरी को कम किया जा सके. डीएमआरसी द्वारा मेजेंटा लाइन का प्लान बोटैनिकल गार्डन से जनकपुरी तक का है मगर  मैजेंटा लाइन की सुविधा केवल बोटैनिकल गार्डन से कालकाजी मंदिर तक ही रहेगी.

अगर बात करें समय कि तो फिलहाल यह दूरी तय करने में अभी तक 52 मिनट का समय लग रहा है मगर मैजेंटा लाइन मेट्रो शुरू हो जाने के बाद नोएडा से साउथ दिल्ली आप मात्र 16 मिनट में पहुंच पाएंगे.

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