अगला लोकसभा चुनाव होने में 1 साल बाकी है मगर 2019 के लिए सभी दल अपनी कमर कस चुके हैं और राजनीति की हर नीति को अपनाने में लगे हुए हैं. इन नीतियों में आज एक बड़ा फैसला हो सकता है जो तख्ता पलट भी सकता है. जी हां उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार की हार के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती ने आज अपने विधायकों को लेकर एक बैठक बुलाई है.
बीजेपी के कुशासन के खिलाफ है सपा बसपा गठबंधन
मायावती ने बैठक से पहले बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बसपा और सपा का गठबंधन कोई स्वार्थ पूर्ण नीति नहीं है बल्कि एक महागठबंधन है जो बीजेपी को रोकेगा इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार ने पिछले 4:30 सालों से सिर्फ ड्रामा किया है और यह ड्रामा दलितों को ले कर रहा है.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए मायावती ने कहा कि मोदी जी ने मन की बात में भीमराव अंबेडकर के लिए बोला था लेकिन उनकी मानसिकता बाबा साहेब से बिल्कुल विपरीत है और ऐसा ही वह करते हैं और यही कारण रहा है कि भाजपा इतने सालों तक सत्ता से बाहर रही.
राजस्थान और मध्य प्रदेश के प्रभारी भी लखनऊ में मौजूद
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बैठक में राजस्थान और मध्यप्रदेश के पार्टी प्रभारी भी मौजूद रहेंगे अगर बात करें एक BSP नेता की तो उन्होंने कहा है कि दोनों राज्यों में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ना कोई हैरानी वाली बात नहीं है हाल ही में मध्य प्रदेश का चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव कांग्रेस ने जीत लिया है और सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस के आग्रह पर ही BSP ने वहां से चुनाव नहीं लड़ा था. BSP के मध्यप्रदेश में अभी भी 4 MLA हैं.