प्लास्टिक एक प्रकार का पॉलीमर यानी मोनोमर नाम की दोहराई जाने वाली इकाइयों से युक्त बड़ा अणु है। प्लास्टिक थैलों के मामले में दोहराई जाने वाली इकाइयां एथिलीन की होती हैं। जब एथिलीन के अणु को पॉली एथिलीन बनाने के लिए ‘पॉलीमराइज’ किया जाता है, वे कार्बन अणुओं की एक लम्बी शृंखला बनाती हैं, जिसमें प्रत्येक कार्बन को हाइड्रोजन के दो परमाणु मंत्रालयों में कोई प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, सभी सरकारी कार्यालयों ने प्लास्टिक की बोतलों और बैगों पर प्रतिबंध लगा दिया है।पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने कहा। मंत्रालय में पर्यावरण विभाग की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
दूध बैग, तेल, और प्लास्टिक बैग के लिए विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे। रामदास कदम ने कहा कि महिलाओं के बचत समूह कपड़ा बैग बनाने के लिए वित्तपोषण करेंगे। और इससे उनको रोजगार भी मिल जायेगा। आवासीय होटल में प्लास्टिक की पैक वाली बोतलों पर बोतलबंद पानी पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव सरकार के विचार में है।
यदि प्रतिबंध के बाद दुकान में एक भी प्लास्टिक का बैग है, तो दुकानों के लाइसेंस रद्द करने का अधिकार स्थानीय सरकारी संगठनों को सौंप दिया जाएगा। इसका मतलब है कि नगरपालिका, नगर परिषद , पंचायत समिती नगरपालिका से संबंधित दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन दुकानदार को 3 से 6 महीना कार्यवाही भी हो सकती है।
आवासीय होटल में रहने वाले ग्राहक अक्सर बोतलबंद पानी खरीदने पर जोर देते हैं बहुत से लोग इस विकल्प को चुनते हैं क्योंकि इसमें कोई गारंटी नहीं है कि होटल में स्वच्छ पानी उपलब्ध होगा। हालांकि, ग्राहकों की असुविधा होने की संभावना है अगर बोतलबंद पानी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस विषय पर चर्चा करने के लिए, पर्यावरणमंत्री रामदास कदम ने पैक बोतलबंद निर्माताओं, दुकान के मालिकों की एक बैठक, होटल मालिकों के संघ के प्रतिनिधि का आयोजन किया है।
[स्रोत- बालू राऊत]