फिर भी

साक्षात ईश्वर

poetry on family

जो आँखों में मेरी देखकर,
मेरा हर दुःख समझते है।
इतना प्यार करते हैं मुझसे,
कि हर पल खोने से डरते हैं।
उदासी चेहरे पर वो आने नहीं देते,
जो हरपल मेरी खुशियों की दुआ करते हैं।
धूप में मेरा साया बनते हैं जो,
मुश्किल रास्तों में मुझसे आगे चला करते है जो,
रुक जाऊँ मैं जो कभी तो रोते है, शायद वो।
वो माँ-बाप ही है, जो मुझसे ज्यादा मुझे प्यार करते हैं।

विशेष:- ये पोस्ट इंटर्न “विशाखा जैन” ने शेयर की है जिन्होंने Phirbhi.in पर “फिरभी लिख लो प्रतियोगिता” में हिस्सा लिया है, अगर आपके पास भी है कोई स्टोरी तो इस मेल आईडी पर भेजे: phirbhistory@gmail.com

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