बुधवार को क्रिकेट की दुनिया में मोहाली के मैदान पर रोहित शर्मा के दोहरे शतक का तूफान आया था, और इस तूफान का सामना श्रीलंकाई टीम कर रही थी इस तरह की परिस्थिति श्रीलंका की टीम के सामने पहली बार नहीं आई जबकि दूसरी बार आई है. जब श्रीलंका की टीम के सामने 2014 में पहली बार तूफान आया था जब भी बल्लेबाज रोहित शर्मा ही थे उन्होंने कोलकाता के मैदान में वनडे क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 264 रन बनाया था.
रोहित शर्मा ने अपने बयान के बारे में और विस्तार से बताने के लिए कहा जिस प्रकार क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स और महेंद्र सिंह धोनी आते ही पहली गेंद से चौके और छक्के लगाना शुरु कर देते हैं मेरे बल्लेबाजी करने का स्टाइल उनसे कहीं अलग है क्योंकि मुझे सेट होने में थोड़ा सा समय लगता है. जबकि क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स और महेंद्र सिंह धोनी पहले ही गेंद से आक्रामक रुख अख्तियार कर लेते हैं जो मेरे लिए बहुत मुश्किल है और ना ही मेरे अंदर इतनी ताकत है ऐसा करने की.
रोहित शर्मा ने मोहाली के मैदान में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में मात्र 153 गेंदों में 208 रनों की तेज तर्रार पारी खेली जिस के दौरान उन्होंने 12 छक्के और 13 चौके लगाए मैच खत्म होने के बाद जब रोहित शर्मा से पूछा गया कि आप बहुत ही आसानी से छक्के लगा लेते हैं तो इस बात पर रोहित शर्मा ने कहा, बल्लेबाज को छक्के लगाते हुए देखना TV पर बड़ा ही आसान लगता है परंतु छक्के लगाना बिल्कुल भी आसान नहीं है आपको छक्के लगाने के लिए बहुत प्रेक्टिस की जरूरत होती है उसके बाद आप गेंदबाज की गेंदों को हवाई यात्रा के द्वारा सीमा रेखा के बाहर भेज सकते हैं.