फिल्म पद्मावती को लेकर पूरे देश में कितना विवाद रहा है इससे हर कोई भली भांति परिचित है इन्हीं विवादों के कारण करणी सेना के राष्ट्रीय सचिव सूरजपाल अमु को कोर्ट में 29 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश जारी कर हिरासत में भेज दिया. 25 जनवरी को गुड़गांव पुलिस ने अमु को गुरूग्राम में पद्मावत विरोधी हिंसा के बारे में पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था इस पर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 31 आंदोलनकारियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और बढ़ते विवादों को देखकर शहर में धारा 144 लागू है.
Surajpal Amu sent to judicial custody till January 29 by Gurugram court #Padmaavat (visuals from Police station in Sector 56) pic.twitter.com/zNhDleg6b9
— ANI (@ANI) January 26, 2018
अमु सहित अन्य 31 प्रदर्शनकारियों को धारा 144 का उल्लंघन करने के तहत हिरासत में ले लिया है. हालांकि 25 दिसंबर को ही संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती रिलीज हो गई और फिल्म ने अच्छी कमाई भी की है मगर करणी सेना और अन्य आंदोलनकारियों का आंदोलन बढ़ने जैसी स्थिति में फिल्म को पुलिस तथा अन्य फोर्स की निगरानी में ही रिलीज कराया गया
बड़े-बड़े शहरों की बात नहीं छोटे छोटे शहरों में भी सिनेमाघरों पर पुलिस तैनात रही और भीड़ को तितर-बितर करने में लगी रही. 31 प्रदर्शनकारियों में से 18 पर हरियाणा रोडवेज की बस में आग लगाने और एक स्कूल बस पर पथराव करने का आरोप है इन सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया गया है.