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कोच कुंबले-विराट मामले में राहुल द्रविड़ बोले, कुंबले का इस्तीफा देना दुर्भाग्यपूर्ण था

भले ही कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले के बीच का विवाद शांत हो गया हो किन्तु अभी भी बहुत लोगो के मन से नहीं गया है, क्योंकि अनिल कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा देकर तो उस विवाद को खत्म करने की कोशिश की, परन्तु क्या उनके साथ सही हुआ या नहीं इसके बारे में तो कुछ कहना उचित नहीं होगा. जिस तरीके से इस मामले पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने अपना बयान दिया उससे तो लगता है जो भी हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुख देने वाला था.

राहुल द्रविड ने अनिल कुंबले और विराट कोहली विवाद मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बताया, अनिल कुंबले का इस तरह से अपने पद से इस्तीफा देना दुर्भाग्यपूर्ण था, और मुझे लगता है अनिल कुंबले जैसे इंसान के साथ अगर ऐसा होता है या वह ऐसा करने पर मजबूर हो जाते हैं तो यह एक असम्मानजनक स्थिति रहेगी. क्योंकि अनिल कुंबले खुद अपने आपमें एक लेजेंड हैं वह अपने आप में एक महान खिलाडी रहे हैं.

दरअसल में भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने एक साहित्य महोत्सव के दौरान इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की जब उनसे किसी ने पूछा कि आप विराट कोहली और अनिल कुंबले के विवाद पर क्या कहना चाहेंगे. इस पर राहुल द्रविड ने बड़ी सहजता से जवाब दिया “अनिल कुंबले का कोच के पद से इस्तीफा देना एक दुर्भाग्यपूर्ण बात रही थी, एक तरीके से देखा जाए तो विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच जो भी विवाद हुआ था वह सार्वजनिक रूप से सब लोगों के सामने नहीं आना चाहिए था”.

राहुल द्रविड ने बताया कि अनिल कुंबले एक बहुत ही सरल और सुलझे हुए खिलाड़ी व इंसान रहे हैं वह एक लेजेंड हैं उनका इस तरीके से इस्तीफा देना उनके साथ एक असम्मानजनक था मुझे लगता है किसी के सामने ऐसी परिस्थिति ना आए. हालांकि राहुल द्रविड ने इस मुद्दे पर ज्यादा बात ना करते हुए कहा कि मैं किसी भी पहलू पर किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता हूँ. किन्तु जो हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा था.

किसी भी क्रिकेट टीम के कप्तान और कोच के बीच आए दिन छोटे-मोटे विवाद होते रहते हैं क्योंकि कप्तान और कोच कभी भी सभी बातों पर एक दूसरे से सहमत नहीं होते यह चीजें आपस में होती रहती हैं परन्तु इतनी भी बात नहीं बढ़नी चाहिए जिससे की इंसान को उस जगह से बाहर ही जाना पड़े.

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