फिर भी

हरिद्वार से हर द्वार तक

आपने यह तो सुना ही होगा की दुनिया के हर आदमी को जमाने की हवा बहुत जल्द लगती है। पतंजलि के संयोजक बाबा रामदेव, जिन्होनें अपना व्यापास फुटकर व्यापरियों के माध्यम से किया था, वो अब ऑनलाइन मार्किट की दुनिया में  कदम रख चुके हैं। “हरिद्वार से हर द्वार” का नारा लेकर पतंजलि के सभी प्रॉडक्ट अब आपको ऑनलाइन पोर्टल्स पर भी मिल जाएँगे।

बाबा रामदेव ने पतंजलि के सभी प्रोडक्ट पहले गली में खुलने वाली दुकान के जरिये घर-घर में पहुंचाए और इस प्रकार इनके लिए एक ठोस बाजार खड़ा कर लिया। जब ग्राहक इन उत्पादों को पहचाने लगे तब बाबा ने नेगेटिव मार्केटिंग तकनीक का सहारा लेकर प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के प्रोडक्ट्स की बुराई और कमी दिखाकर अपने उत्पादों को सर्वश्रेष्ट सिद्ध किया। इस तकनीक की सफलता इसी बात से पाता चलती है की देश की धुरंधर कंपनियों को भी अपनी मार्किटिंग स्ट्रेटीजी बदलनी पड़ी और विज्ञापन के जरिये ही अपने को निर्दोष और स्वच्छ घोषित करने का प्रयास किया। बहरहाल बाबा रामदेव बड़े-बड़े मार्किटिंग दुरन्ध्रों को धता बताते हुए पतंजलि का मुनाफा इतना बढ़ाने में सफल हो गए,की जो कंपनी फोर्ब्स की सूची में वर्ष की शुरू में 45 नंबर पर थी, वही कंपनी वर्ष के आखिर में 19 नंबर पर आ खड़ी हुई।

अब इसी दिशा में बाबा रामदेव ने एक नया दांव खेला है। उन्होनें आभासी दुनिया के बड़े दिग्गज, अमेज़न, फ्लिपकार्ट, बिग बासकिट आदि से हाथ मिला लिया है। अब इन सभी वेबसाइट पर पतंजलि के प्रोडक्ट उपभोक्ताओं को उपलब्ध हो सकेंगे।

बाबा रामदेव का मानना है की इस विधि से पतंजलि को रोजाना 10 लाख तक के ऑर्डर मिल सकेंगे। वो कहते हैं की इस विधि से पतंजलि के प्रोडक्ट आम आदमी तक सरलता से पहुँच सकेंगे ।

इस तकनीक का उपयोग करते हुए पतंजलि के वर्तमान मुनाफे 30,000 करोड़ से बढ़ाकर 50,000 करोड़ करने का लक्षय रखा है। यह मुनाफा अगले दो वर्षों में एक लाख करोड़ तक ले जाने का बाबा रामदेव का उद्देशय है। यह लक्ष्य किसी भी स्थापित एफएमसीजी कंपनी के लिए सोच से परे की बात है। वर्ष 2016-17 में इस कंपनी का घोषित टर्नओवर 10500 करोड़ रुपए से अधिक था।

भावी योजनाएँ

बाबा रामदेव ने पतंजलि उधयोग के भावी विस्तार के बारे में जानकारी देते हुए कहा की वो नोएडा, आसाम, महाराष्ट्र आदि जगहों पर पहले ही पतंजलि की निर्माण इकाई पर काम करने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं।

बाबा रामदेव का यह भी कहना है की वो अपने बढ़े हुए मुनाफे के एक बड़े भाग को दान या चैरिटी में भी लगाएंगे। इसके लिए उन्होनें एक लाख करोड़ रुपए का लक्षय रखा है।

दुनिया जीत लेंगे

बाबा रामदेव का कहना है की अगले 50 वर्ष में वो दुनिया को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। जिसकी शुरुआत वो आज से ही हो गयी है , मानते हैं।

वर्तमान नीति

अभी तक पतंजलि के प्रॉडक्ट खुदरा बाजार के अतिरिक्त कंपनी की अपनी वेब पोर्टल पर मिल रहे हैं। इन सभी उत्पादों को कुछ दूसरे विक्रेता भी अपने पोर्टल पर बेच रहे हैं।

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