फिर भी

भगवान भी विमान यात्रियों की प्रार्थना सुनते हैं

कहते हैं की पूरे दिन में कोई पल ऐसा होता है जब भगवान को सच्चे मन से याद करो तो वह सुनता है। यह कथन जेट एयरलाइंस के उन यात्रियों के ऊपर पूरी तरह चरितार्थ होता है जो कुछ मिनटों तक बिना पाइलट के हवा में उड़ते विमान में सवार थे।

कहा जाता है की जब पति-पत्नी एक ही व्यवसाय में हों या एक ही प्रकार का काम करते हों,तो उनके बीच स्वाभाविक सामंजस्यता बनी रहती है। लेकिन आज एक ऐसा अनोखा मामला देखने में आया जिसके चलते एक बहुत बड़ी हवाई दुर्घटना हो सकती थी।

क्या है यह मामला:

दरअसल कैप्टन बलराम और कैप्टन दीपमूर्ति जेट एयरलाइंस के पाइलट हैं और 2 जनवरी की शाम दोनों एक ही फ्लाइट उड़ा रहे थे। एक नजर में यह मामला बहुत रोमांटिक लगता है। लेकिन वास्तविकता बिलकुल इसके विपरीत सिद्ध हुई। लंदन से मुंबई आने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट 9 डब्लू 119 ने जैसे ही लंदन हवाई अड्डे से उड़ान भरी तो अचानक उस विमान में सवार 324 यात्रियों के प्राण संकट में आ गए।

लंदन से उड़ान भरने के बाद अचानक यात्रियों ने कॉकपिट से अजीब सी आवाज़ें सुनी, मानों कोई किसी को पीट रहा है। दो व्यक्तियों के ज़ोर-ज़ोर से झगड़ने की भी आवाज़ें आ रहीं थी। तभी विमान की सह पाइलट कैप्टन दीपमूर्ति रोती हुई बाहर आ गईं। यात्रियों को सारा मामला समझने में देर नहीं लगी। कुछ ही मिनट बाद विमान के मुख्य पाइलट कैप्टन बलराम, जो दीपमूर्ति के पति भी हैं, वहाँ आ गए और उन्होने सहपायलट और अपनी पत्नी को कॉकपिट में ले जाने का प्रयास किया। इस पूरे झगड़े में विमान भगवान भरोसे चल रहा था और सभी यात्री अपने प्राणों की खैर मना रहे थे। कुछ मिनटों बाद दीपमूर्ति शांत हो गईं और अपने पति और मुख्य पाइलट के साथ वापस कॉकपिट में चली गईं।

बताया जाता है की दोनों पायलटों में, जो पति-पत्नी भी हैं, किसी गलतफहमी के चलते वाद-विवाद हो गया था। यह विवाद इतना अधिक बढ़ गया की दोनों पति-पत्नी हाथापाई पर उतर आए। झगड़ा बढ्ने पर सहपाइलट पत्नी कॉकपिट से बाहर आकर रोने लगीं।

इस घटना को विमान के कर्मचारियों ने किसी तरह सम्हाला और दोनों पाइलट और पति-पत्नी को विमान चलाने के लिए राजी किया।

इस पूरी घटना के दौरान विमान के सभी यात्री और शेष विमान कर्मचारी, भगवान को याद करते रहे और भगवान ने उनकी सुन भी ली। विमान बिना किसी दुर्घटना के सही सलामत ज़मीन पर उतर आया और किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है।

घटना के परिणाम :

ज़मीन पर विमान के उतरने के बाद जेट एयरवेज कंपनी ने दोनों पाइलट के खिलाफ एक जांच शुरू कर दी। जांच पूरी होने तक विमान कंपनी ने दोनों पाइलट के विमान उड़ाने पर रोक लगा दी है। इसके अतिरिक्त दोनों पाइलट के लाइसेन्स रद्द होने के साथ ही विमान कंपनी ने दोनों की सेवाएँ भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दीं हैं।

इस नौ घंटे की यात्रा में यात्रियों में दो बच्चे भी शामिल थे। जेट एयरवेज ने यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के आरोप में ज़ीरो टोलरेंस की नीति को अपनाया है।

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