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पिता और चाचा की गैरमौजूदगी में अखिलेश यादव को बनाया गया पार्टी अध्यक्ष

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक बार फिर सपा का पार्टी अध्यक्ष चुना गया. इस सभा के दौरान उनके पिता और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई तथा अखिलेश यादव के प्रतिद्वंदी शिवपाल यादव उपस्थित नहीं रहे एक बार फिर अखिलेश यादव को निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुना गया. पार्टी अध्यक्ष बनने के कार्यक्रम का समापन आगरा में हुआ.Akhilesh yadavसपा की पारिवारिक कलह निपटने का नाम ही नहीं ले रही है इसलिए अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव पार्टी अध्यक्ष चुनने की सभा में उपस्थित नहीं रहे. कई बार यह अफवाहें भी सामने आ चुकी हैं कि मुलायम सिंह यादव अपनी नई पार्टी बनाने की फिराक में है मगर हालही में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साफ कर दिया है कि वह अखिलेश यादव के कुछ फैसलों से नाराज हैं मगर अपनी नई पार्टी नहीं बना रहे हैं.

अखिलेश यादव को निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुनने का कार्यक्रम निवार्चन अधिकारी और सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल की देखरेख में हुआ उन्होंने ही अखिलेश यादव के निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की साथ ही यह भी बताया कि यह कार्यकाल अब 5 साल का हो गया है जिस कारण वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव और वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा.

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पहले यह कार्यकाल 3 वर्ष का हुआ करता था मगर सपा के दसवें राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले गुरुवार को सपा पार्टी की कार्यकारिणी बैठक के अनुसार इस कार्यकाल को 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दिया गया है. मगर इस सभा में भी मुलायम सिंह यादव का उपस्थित ना होना उनकी नाराजगी को दर्शाता है.

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