प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि हर असफल व्यक्ति में सफल होने की ज़्यादा क्षमताये होती है क्योंकि भले ही उस व्यक्ति के पास सफलता का अनुभव न हो लेकिन असफलता का अनुभव बहुत होता है जिसकी वजह से ही वह लाखो के दिल में अपने लिए जगह बना लेता है। ऐसी राह पर चलने वाला व्यक्ति भले ही बहुत बार असफल हो, लोगो के बिन वजह ताने सुने, लेकिन वो कभी अपनी सही राह नहीं छोड़ता रात दिन एक करके बस लगा रहता है अपनी मंज़िल को पाने में, फिर एक दिन वही व्यक्ति जब अपनी लगन से अपनी मंज़िल पा लेता है।
अब आप इस कविता का आनंद ले।
सही बात हमेशा कड़वी ही होती है।
असफल व्यक्ति में ही ,
सफलता की ज़्यादा क्षमताये होती है।
क्योंकि ज़िन्दगी की गहराई की परख,
वो अपने स्वयं के अनुभव से करता है।
ठोकरों की आड़ में भले ही पल-पल वो मरता है।
मगर अपने काम की उम्मीद,
वो कभी किसी और से नहीं करता है।
सफल होके अपने में ही,
वो अपना एक नया अस्तित्व पाता है।
उसके रंग रूप को देख,
इस दुनियाँ को भी करार, मिल जाता है।
उसकी मेहनत और लगन को देख,
ब्रम्हांड का हर जीव उसके सामने झुक जाता है।
नमन कर उसे लोग उससे शिक्षा लेते है।
उसके दिखाये हुये मार्ग पर लोग,
उससे सीख, फिर उसकी भांति ही चल देते है।
धन्यवाद।