प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि दूसरे का भला करो लेकिन उसके चक्कर में कभी अपना बुरा मत कर बैठना क्योंकि इस दुनियाँ में ऐसा कोई नहीं जिसके जीवन में कोई गम ना हो तुफानो का सामना तो हर किसी को यहाँ करना पड़ता है लेकिन इस दुनियाँ में यारो सबको अपना दुख ही सबसे बड़ा लगता है।
अब आप इस कविता का आनंद ले।
भावनाओ में बहकर,
खुदका बुरा ना कर जाना।
इस दुनियाँ का तो काम ही है,
अपने को महान दिखा कर, दूसरे को नीचा दिखाना।
किसी ने समझा तुझे,
तो यहाँ किसी ने तुझे ज़रा भी ना पहचाना।
अपने को कर मज़बूत और,
करले खुदसे दोस्ती यारा।
तुफानो से लड़कर ही मिलता,
यहाँ हर कश्ती को किनारा।
कोई डूबा उस कश्ती के संग ही,
तो किसी ने हौसला रख,
उसे पानी के तेज़ बहाव में भी संभाला।
जो करे यहाँ सृष्टि के कर्ण कर्ण से प्यार,
वो ही है यारो बस सच्चा दिल वाला।
धन्यवाद।