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दिल्ली में प्रदूषण से घुट रहा दम, क्या फिर से लागू होगा ऑड-इवन नियम

जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है वैसे वैसे ही दिल्ली-एनसीआर की स्थिति प्रदूषण के मामले में खराब होती जा रही है. मंगलवार को दिल्ली एनसीआर में भारी स्मॉग के कारण एयर लॉक जैसी स्थिति पैदा हो सकती हैं. इस बात की जानकारी मौसम विभाग ने कुछ दिन पहले भी दे दी थी कि 7 नवंबर 2017 को दिल्ली एनसीआर में स्मॉग अन्य दिनों की अपेक्षाकृत अत्यधिक होगा. जिसका कारण धीमी गति से हवा का चलना बताया गया था.Smog In delhiक्यों पैदा होता है स्मॉग

जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है तो हवा का प्रवाह धीरे-धीरे कम होने लगता है. हवा का प्रवाह कम होते ही प्रदूषित कण वातावरण में प्रवाह नहीं कर पाते तथा नमी के कारण प्रदूषित कण विजिबिलिटी को धारण कर लेते हैं. इस स्मॉग के कारण धुंध तो रहती ही रहती है साथ में सांस लेने में भी दिक्कत होती है.

किस पर पड़ता हैं इसका ज्यादा असर

दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी एंडेक्स भी 400 से ज्यादा हो चूका हैं अगर बात करे आनंद विहार इलाके कि तो यहाँ कि स्थिति सबसे सोचनीय बनी हुई हैं क्योंकि यहाँ एयर क्वालिटी एंडेक्स का स्तर 450 से भी ज्यादा हो चूका हैं. इस हालत में बच्चो और बुजुर्गो पर बहुत बुरा असर पड़ता हैं और उनसे भी ज्यादा असर अस्थमा मरीजों पर पड़ता हैं.

क्या लागू हो सकता हैं ऑड-इवन

मौसम विभाग कि जारी की सूचनाओं के आधार पर पहले ही दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड एक्शन प्लान लागू कर दिया हैं. इसके अंतर्गत आप डीजल चलित जेनरेटर, जिग जैग तकनीक न अपनानें वाले ईंट भट्टे तथा बदरपुर थर्मल पावर स्टेशन बंद कर दिए जाएंगे. अगर इसके बाद भी प्रदुषण पर काबू नहीं पाया गया तो सरकार फिर से ऑड-इवन नियम लागू करेगी यह कहना बिलकुल भी गलत नहीं. क्योंकि बढ़ते स्मॉग के कारण स्कूल बंद करने जैसे स्थिति पैदा हो सकती हैं.

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