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ट्रिपल तलाक और अज़ान को लेकर बॉलीवुड के एक्टर सैफ अली खान ने भी तोड़ी चुप्पी, पढ़िए पूरी खबर!

Saif Ali Khan

रोज़ाना कुछ न कुछ खबर सुनने को मिल रही है. सोनू निगम ने जो बयान दिया था, उसकी चर्चा अभी खत्म भी नहीं हुई थी. अब बॉलीवुड के ‘छोटे नवाब’ यानि सैफ अली खान ने भी ट्रिपल तलाक और अजान को लेकर अपनी राय सबके सामने रख दी है. सैफ ने कहा है की में ट्रिपल तलाक वाली प्रथा से बिलकुल सहमत नहीं हूं. जब मैने अमृता सिंह से शादी की थी. इसके जब मैने उनसे तलाक लिया तो कानूनी तरीको से लिया था. उन्होंने कहा कि मैने करीना कपूर से भारत सरकार के प्रावधानों के तहत ही शादी की थी. सैफ ने ट्रिपल तलाक को लेकर कहा कि हाँ मैंने निकाह किया था, मेरे ऊपर मेरे बच्चों की जिम्मेदारियां थीं. मैं ट्रिपल तलाक की प्रथा को बिलकुल नहीं मानता हूं. येही कारण है की मैने तलाक लेने यह रास्ता चुनना मुनासिफ नहीं समझा. मैंने भारत में बने कानून के हिसाब से तलाक लिया था.

इसके बाद सैफ ने कहा की दुनिया भर में इस्लाम के लिए बढ़ते डर को लेकर भी उन्होंने बात राखी, उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी पहचान के कारण कभी भी कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा. लेकिन दुनिया भर में इस्लाम के लिए नफरत और डर है, जो चिंताजनक है. मुस्लिम लोगों को ऐसा लगता है जो भी हो रहा है वो मुस्लिम है इसलिए हो रहा है उन्हें सिर्फ इसलिए सताया जाएगा क्योंकि वो मुस्लिम है. उनके साथ भेदभाव किया जाएगा. उनका कहना कि लोग मुसलमानों की एक अलग इमेज बना देते है. सभी कहते है, की मुस्लिम ऐसा करते है मुस्लिम वैसा करते है, हर कोई अपनी पहचान से जाना जाता है. लेकिन जब हमे मुस्लिम कहके पुकारा जाता है, तो यह सुनने भी बहुत अजीब लगता है.

सैफ अली खान ने सोनू निगम के अज़ान वाली बात को लेकर भी अपनी बात सबके सामने रखी. इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम में सैफ अली खान ने सोनू निगम के ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा है, कि बतौर अल्पसंख्यक होने के बाद आप चाहते है कि दुसरे लोगों को भी आपकी मौजूदगी का एहसास कराना पड़े, इतना ही नहीं आप चाहते हो की वे आपकी उपस्थिति को स्वीकार भी करें. उन्होंने कहा कि में इस बात का बिलकुल भी विरोद नहीं करना चाहूँगा. धार्मिक जगहों पर आवाज का स्तर होना चाहिए. अजान के दौरान आवाज का तेज होने से असुरक्षा की भावना से पैदा होता है. लेकिन मुझे लगता है कि वह ट्वीट थोड़ा अक्रामक था. और मैं मानता हूं कि धर्म लोगों का निजी मामला है और हमें धर्म निरपेक्ष देश बनना चाहिए.

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