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राजगढ़ में युवा शौर्य दिवस पर कांग्रेस पर भाजपा नेताओं ने दागे सवाल

राजगढ़ (सादुलपुर) के मितल सामुदायिक भवन में 14 मई को युवा शौर्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। पोकरण परमाणु परीक्षण के 20 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित उक्त कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद मदनलाल सैनी के अलावा भाजपा वित प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रामवीर यादव, भाज युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अभिषेक चोटिया, भाजपा जिला उपाध्यक्ष महावीर पूनियां, सरपंच फोरम के जिलाध्यक्ष राजकुमार बेनीवाल, युवा मोर्चा जिला महामंत्री अशोक सैनी, किसान मोर्चा के संदीप काजला, व्यापार प्रकोष्ठ के जिला मंत्री रामावतार बैरासरिया, युवा मोर्चा के जिला प्रवक्ता कृष्ण जांगिड़, युवा नेता अनुपाल सिंह भाटी अतिथि गण थे।

इस अवसर पर सांसद सैनी ने कहा कि युवा शक्ति का संकल्प ही न सिर्फ बदलाव लाने के साथ-साथ अत्याचारों का अन्त कर सकता है। उन्होने कहा कि देश के विभाजन के लिए ही नहीं कश्मीर समस्या के लिए तात्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू जिम्मेवार है एवं इतिहास इसका साक्षी है। सैनी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर आज तंज कसने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेसी जवाब दें कि – जब कश्मीर पर कबाइलियों की आड़ में पाक सेना ने हमला किया था, तब अपने प्राण हथेली पर रख कर कश्मीर हवाई अड्डे को रातो रात तैयार किसने किया था ?

चीन से मात खाने के बाद 1963 के गणतंत्र दिवस परेड में प्रधान मंत्री नेहरू ने आरएसएस कार्यकर्ताओं को दिल्ली की राष्ट्रीय परेड में शामिल क्यों किया था ? 1965 के पाक हमले के दौरान दिल्ली की आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा सरकार ने आरएसएस को क्यों सौंपा गया था ? आजादी के बाद देश की 565 रियासतों का भारत में विलय करवाने वाले तात्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल के कश्मीर का मामला छिन्न कर प्रधनमंत्री नेहरू ने अपने हाथों में क्यों लिया था ?

कश्मीर समस्या को क्यों लम्बित रख कर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया ? श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय तथा लाल बहादूर शास्त्री की मौत के लिए क्यो नहीं जांच आयोग बैठाए गए ? भाजपा के वरिष्ठ नेता मदन लाल सैनी ने कहा कि जब भी देश की आन, बान, शान तथा मातृ भूमि की रक्षा का प्रसंग आया है, आरएसएस ने बिना किसी राजनीति अथवा स्वार्थ के लिए प्राणों को हथेली पर रख कर सफलता के साथ जिम्मेवारी का निर्वहन किया है एवं मैं ही नहीं, आरएसएस को जानने वाला हर व्यक्ति दावे के साथ कह सकता है कि यह संगठन एक देश के लिए समर्पित संगठन है।

उन्होने कहा कि आज आएसएस या भाजपा से यह सवाल किया जा रहा है कि आजादी के समय यह कहां थे ? तो उनको पता होना चाहिए कि उस समय आरएसएस के संस्थापक हेगड़ेवार तक कांग्रेस में थे तथा उस समय सभी ने देश की आजादी के लिए कांग्रेस के बैनर तले दायित्व निभाए एवं बलिदान दिए हैं। रामवीर यादव ने मुख्य वक्ता की भूमिका निभाते हुए कहा कि गल्ती होना कोई गुनाह नहीं है, बल्कि गल्ती का अहसास कर उसे सुधारने का प्रयास नहीं किया जाना गलत होता है।

उन्होने परमाणु परीश्क्षण के बारे में विवरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी तथा ख्यातिनाम वैज्ञानिक, मिसाईल मैन अब्दूल कलाम परमाणु परीक्षण कार्यक्रम मे सिरमौर थे। जिनका नाम इतिहास में सदैव अंकित रहेगा। कार्यक्रम का संचालन युवा मोर्चा के कृष्ण भाकर ने किया। इससे पूर्व नरेन्द्र पूनियां, कृष्णकान्त बैरासरिया, महेन्द्र चिड़ावेवाला, वरिष्ठ कार्यकर्ता सन्तकुमार सरावगी, सुमेरसिंह सिहाग आदि ने सांसद सहित अन्य अतिथियों की अगवानी तथा स्वागत किया। इस अवसर पर दुपहिया वाहन चालन सुरक्षा प्रेरणा प्रतीक स्वरूप एक महिला सहित चार जनों को हेलमेट प्रदान किए गए।

[स्रोत- विनोद रुलानिया]

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