भावसार समाज ने अपने एक आयोजन में सम्पूर्ण देश को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ का अनोखा संदेश देते हुए उन फैमली को सम्मानित किया जिन्होंने बेटी को जन्म दिया. भावसार समाज ने बेटी जन्म देने वाली फैमली को ‘कन्या रत्न’ पुरुस्कार से सम्मनित करते हुए, सम्पूर्ण संसार को कई सन्देश भी दिए।
हिंगुलबिका का देवी माता उनका देवास्थान है। भावसार समाज के अध्यक्ष महेश डोईजोड़े (सिने निर्माता व दिग्दर्शक) से मिली जानकारी के अनुसार परशुराम क्षत्रियो का संहार कर रहे थे. तब भावसिंह एंव सारसिंह माँ हिंगलाज की शरण में आए और दोनों भाईयो की भक्ति भावना से प्रसन्न होकर हिंगलाज माता ने उनकी चुनरी से रक्षा की और नाम के पहले शब्द भाव एंव सार को मिलाकर भावसार नाम दिया गया।
भावसार समाज विकास प्रतिस्थान (राजि) के और से ‘कन्या रत्न पुरस्कार 2017’ का आयोजन मुम्बई में परेल के भावसार महाजनवाडी सभाग्रह परमार गुरुजी मार्ग परेल मुम्बई 12 में आयोजित किया था। भावसर समाज के और बहुत सारे कार्यक्रमों का आयोजन किया था। सांस्कृतिक कार्यक्रम, कला, क्रीडा, समाजसेवा कार्यक्रम का मेन उदेश्य यह था। समाज में महिला के ऊपर होने वाले अत्यचार, बाल भ्रूण हत्या, हूंदाबंधी को कैसे रोकना हैं।
इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे देश में बहुत ही अच्छा मैसेज गया। जैसे कि ‘बेटी बचाऔ बेटी पडऔ’ या ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और 2017 की परीक्षा में 10 वीं कक्षा और 12वीं कक्षा के 60% प्रतिशत के ऊपर मार्क्स लाने वाले विद्यार्थीओ का गुण गौरव किया।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अथिति शिवसेना के आमदार अजय चौधरी, सिने निर्माता व दिग्दर्शक महेश डोइजोडे, उमाकांत घनाते उद्यौजक, पराग भावसर सिने कलाकार व दिग्दर्शक, संतोष डोइजोडे वकील मुम्बई हाइकोर्ट आदि लोग उपास्थित रहे।
[स्रोत- बालू राऊत]