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अनंतनाग हमला: 10 जुलाई अमरनाथ यात्रा हमले का बदला लिया सेना ने 3 लश्कर आतंकी किये ढेर

10 जुलाई 2017 इस दिन को भला अमरनाथ यात्री कैसे भुला सकते हैं जब लश्कर-ए-तैयबा के कुछ आतंकवादियों ने अनंतनाग जिले में एक बस पर अंधाधुंध गोलीबारी करके भोलेनाथ के भक्तों को मौत के घाट उतारा था इस हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि अन्य घायल हुए थे ठीक 8 दिन बाद भारतीय सेना ने उन आतंकवादियों का खात्मा कर दिया है मंगलवार की सुबह होते-होते भारतीय सेना ने 3 आतंकवादियों को मार गिराया है.

यह घटना जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले की है सोमवार की शाम को सेना को सूचना मिली थी कि जिन्होंने अमरनाथ यात्रियों की बस पर हमला किया था उसी गिरोह के कुछ आतंकवादी वनिहामा इलाके में घुस आए हैं.

उसके बाद सेना के जवानों ने अपनी पूरी तैयारी करने के बाद उस इलाके को पूरी तरह से घेर लिया और पूरी रात की मशक्कत के बाद 3 आतंकवादियों को ढेर कर दिया, इस कामयाबी के बाद उन सभी अमरनाथ यात्रियों को एक संतुष्टि जरूर मिली होगी जो हमले में पीड़ित हुए थे.

सूत्रों के अनुसार, मारे गए तीन आतंकियों में से एक आतंकी पाकिस्तानी हैं जबकि 2 लोग कश्मीर के ही बताए जा रहे हैं इससे तो साफ जाहिर है कि पाकिस्तान का हाथ था अनंतनाग हमले के पीछे, आतंकियों के शवों पास से AK 47, एक पिस्टल और ग्रेनेड बरामद हुआ आतंकियों की पहचान शौकत लोहार, मुदस्सिर और जिब्रान के रूप में हुई.

इन तीनों आतंकियों में से शौकत और मुदस्सिर स्थानीय आतंकी हैं जिब्रान की पहचान एक पाकिस्तानी आतंकी के रूप में की गई है इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ का भी सहयोग लिया तब जाकर इस बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया जिसमें 3 खूंखार आतंकियों को मार गिराया है.

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