पिता के गुस्से से अपना घर छोड निकली एक नाबालिक किशोरी को अकोट पुलिस ने केवल 12 घंटो में खोज लिया. माता-पिता की किसी बात से नाराज होकर बच्चे कभी कभी इस तरह की हरकत अंजाने मे कर बैठते है. लेकिन मामूली बात पर बेटी नाराज होकर घर छोडकर कही निकल जायेगी इस बात का अंदाजा शायद पिता को न था. लिहाजा उनके गुस्सा होने पर नाबालीग किशोरी घर छोडकर चली गई.जिसे बारह घंटे बाद अकोट शहर पुलिस ने खोज लिया तब जाकर पिता की जान में जान आई. घटना 24 नवंबर की है जब अपने पिता के मामुली बात पर गुस्सा होकर एक 15 वर्षिय किशोरी उनके पिता के घर से बाहर जाने के बाद घर छोड कर बाहर निकल गई. दोपहर तक राह देखने के बाद उसे तलाश किया गया लेकिन वह कही नजर नही आ रही थी.
किशोरी की दोस्तो से संपर्क कर उसका सुराग लगाने के प्रयास व्यर्थ होने के बाद पिता ने सीधे पुलिस की शरण लेते हुए अकोट शहर पुलिस गजानन शेळके को स्थिती से अवगत कराया. गजानन शेळके ने तत्काल मामला दर्ज कर किशोरी को खोजने की जिम्मेदारी उप निरीक्षक शाषिश शिंदे को सौपी. शिंदे ने हवालदार को साथ लेकर अपनी खोजबीन शुरु कर दी.
किशोरी के एक दोस्त से पुछताछ करने पर उसे दो बार फोन आने की बात पुलिस को मालुम पडी जिसके माध्यम से उक्त किशोरी अकोट शहर के आस पास ही होने का अनुमान लगाया गया. इस दौरान घबराई हुई बालिका ने दोबारा फोन किया इस बातचीत से उसका सही लोकेशन पता चला.
अतत: सावरा गांव के परिसर से नाबालिग को पुलिस ने खोज कर उसके माता पिता के हवाले कर दिया. केवल 12 घंटे में अकोट पुलिस ने किशोरी नाबालीग किशोरी के रिश्तेदारो ने पुलिस का आभार व्यक्त किया इस पुरी वकायद में पुलिस निरीक्षक गजानन शेळके तथा उनके सहयोगी सहायक पुलिस निरीक्षक आषिश शिंदे , हेड कान्सटेबल संजय घायल ने की पुलिस विभाग की इस कर्मठता ती चर्चा हो रही है.
[स्रोत- शब्बीर खान]