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सायन में पोंगल और मकर संक्रांति के अवसर पर सभी भाषिक इकट्ठा हुए, और बडे धूमधाम से मनाया

मुंबई और उपनगरीय शहर में, लोग देश के विभिन्न क्षेत्रों में बस गए हैं। सायन के गुरु तेज बहादुर नगर में दक्षिण भारतीय नागरिक बड़ी संख्या में रहते हैं। पोंगल उत्सव के अवसर पर विधायक कैप्टन तमिल सेलव्हन की पहल पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

मुंबई में हर जगह मकर संक्रांति का उत्सव बडे उत्साह के साथ मनाते है। मकर संक्रांति अलग-अलग राज्यों, शहरों और गांवों में वहां की परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है. त्योहार देश भर में विभिन्न नामों और तरीकों से मनाया जाता है। पंजाब राज्य में लोहड़ी के जबकि दक्षिण भारत में पोंगल नाम से त्योहार मनाया जाता है।

उत्तर प्रदेश : मकर संक्रांति को खिचड़ी पर्व कहा जाता है गुजरात और राजस्थान : उत्तरायण पर्व के रूप में मनाया जाता है. पतंग उत्सव का आयोजन किया जाता है. तमिलनाडु : किसानों का ये प्रमुख पर्व पोंगल के नाम से मनाया जाता है. घी में दाल-चावल की खिचड़ी पकाई और खिलाई जाती है ।

इस समय, सैकड़ों महिलाओं ने उत्सव पूर्वक उत्सव किया और उन्हें पारंपरिक तरीके से पूजा की। सूरज को देखते हुए त्योहार को बहुत उत्साह के साथ मनाया गया। पोंगल उत्सव अवसर सब समाज की महिलाओं एक साथ आने के मगसद ये था समाज में बंधुता, प्रेम, निर्माण हो जाये । आयोजकों ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य यह था ।

[स्रोत- बालू राउत]

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