फिर भी

मुज़फ्फरनगर ट्रेन हादसे के बाद जनता की मांग, सुरेश प्रभु दें अपने पद से इस्तीफ़ा

19/08/2017 को मुज़फ्फरनगर के खतौली में हुए कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना ने तूल पकड़ लिया. चारो तरफ सुरेश प्रभु के इस्तीफे की मांग की जा रही हैं. विपक्ष ही नहीं आम जतना में भी काफी रोष देखने को मिला रहा है. सोशल मिडिया जैसे ट्विटर, फेसबुक आदि पर एक ही चर्चा हैं वो हैं सुरेश प्रभु का इस्तीफ़ा.muzaffarnagar tarin hadsha

ट्विटर पर लोग अलग अलग बाते कर रहें हैं.
जैसे ये कहते हैं कि “लाल बहादुर जी ने रेल दुर्घटना होने पर रेल मंत्री पद से तुरंत इस्तीफा दिया था, क्या प्रभु भी ऐसा कर सकते हैं.

विपक्ष से कांग्रेस ने भी इसी बात को दोहराया और सुरेश प्रभु के इस्तीफे कि मांग की और कहा जिस प्रकार शास्त्री जी ने 1956 में इस्तीफ़ा दिया था. वैसे ही प्रभु भी इस्तीफ़ा दें.

एक यूजर ने ट्वीट के जरिये 2014 से अब तक हुए ट्रेन हादसों में मारे गए लोगो के रिकॉर्ड भी शेयर किये हैं.

जतना का प्रशासन पर गुस्सा फूटना जायज़ हैं, प्रशासन और रेल विभाग की कड़ी लापरवाही के कारण ही 23 से ज्यादा लोगो की मौत हो गयी और 80 से ज्यादा जो घायल हैं, उनमे से कुछ की हालत बहुत ही नाजुक हैं. हादसा इतना भयावह था कि देखने वालो कि रूह तक काँप उठी.

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डिब्बों के नीचे दबे शव और फंसे लोगो की चीखों से बस एक ही आवाज आज सामने आयी हैं वो हैं सुरेश प्रभु का इस्तीफ़ा.

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