बुधवार रात्रि हैदराबाद के वेंकटेश्वर नगर एक बहुत ही शर्मनाक घटना सामने आई है जिसमें एक माँ अपने बच्चे का शव को लेकर पूरी रात्रि सड़क पर बैठी रही लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया. ईश्वरम्मा के 10 वर्षीय पुत्र सुरेश की डेंगू के कारण बुधवार शाम को मौत हो गई जब वह अपने बच्चे के शव को लेकर घर पहुंची तो मकान मालिक ने उसे घर में नहीं घुसने दिया.
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ईश्वरम्मा ने जगदीश गुप्ता के घर किराए पर कमरा ले रखा था बुधवार रात्रि जब वह अपने बच्चे के सब के साथ मकान पर पहुंची तो जगदीश गुप्ता ने उसे घर में नहीं घुसने दिया और कहा कि बच्चे के शव के कारण मेरे घर के लोगों को कोई संक्रमण हो सकता है. उस घर में ईश्वरम्मा के अलावा बाकी सब जगदीश गुप्ता के रिश्तेदार ही रहते हैं लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की और ना ही कोई पड़ोसी मदद के लिए आगे आया और पूरी रात अपने बच्चे के शव को लेकर बारिश में सड़क पर बैठी रही.
Hyderabad: Woman spent a night on the road with her son's body after landlord allegedly refused to let her enter (September 14) pic.twitter.com/LSVeKTMwqN
— ANI (@ANI) September 15, 2017
जब सुबह हुई तो आस-पास के लोगों ने बच्चे के शव के साथ उस महिला को देखा तो घबरा गए. जानकारी करने पर पता चला कि रात को उसको जगदीश गुप्ता ने घर में नहीं घुसने दिया. इस बात पर लोगों ने मकान मालिक पर काफी गुस्सा किया और खरी-खोटी कही. जगदीश गुप्ता के किसी रिश्तेदार ने यह बोला कि बच्चे का शव घर के लिए शुभ नहीं था इसलिए उन को अंदर नहीं घुसने दिया. इस बात पर भीड़ में उपस्थित किसी नौजवान ने एक कड़कता हुआ उत्तर दिया कि क्या कभी इस घर में किसी की मौत नहीं हुई है या पूरी दुनिया में कोई ऐसा घर है जहां किसी की मौत ना हुई हो.
ईश्वर अम्मा 4 साल पहले अपने दो पुत्रों के साथ महबूबनगर जिले से हैदराबाद आई थी और बुधवार रात्रि उसके साथ हैदराबाद में ही एक ऐसी घटना घटित हुई जिसे शायद वह अपनी पूरी जिंदगी ना भुला पाए. यकीन नहीं होता कि दुनिया में ऐसे ऐसे वाक्य भी हो सकते हैं उस रात उस माँ पर क्या गुजर रही होगी इस बात का हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते. ईश्वरम्मा से जब पूछा गया कि आपने सरकार की मदद क्यों नहीं ली तब उन्होंने जवाब दिया कि मुझे इन सब बातों का कोई ज्ञान नहीं था और ना ही मैं उस हालत में थी कि मैं कुछ सोच समझ सकूं.