आपको बता दें कि शुरुआत में एलपीजी सिलेंडर के दाम 2 रुपए प्रति माह की स्पीड से बढ़ रहे थे, जो कि इस साल मई से 3 रुपए प्रति माह हो गए। तो वहीं 30 मई को कंपनियों ने आदेश दिया कि हर महीने 4 रुपए दाम बढ़ेंगे। कपंनियों का यह लक्ष्य है कि 2018 तक सरकारी सब्सिडी को खत्म करना है। पर गुजरात चुनाव से पहले इस महीने कीमतों में वृद्धि नहीं की गई है।
सरकारी कंपनियों की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार पिछली बार 1 नवंबर को सब्सिडी वाली एलपीजी की कीमत 4.5 रुपए बढ़ाई गई थी। इससे कीमत बढ़कर 495.69 हो गई। पिछले साल तेल कंपनियों ने कहा था कि वे हर महीने कीमत में इजाफा करके 2018 तक पूरी सब्सिडी खत्म कर देगी। तब से पिछले साल जुलाई से हर महीने कीमतों में वृद्धि की नीति चल रही है। इस बीच प्रति सिलेंडर के दाम 76.5 रुपए बढ़ चुके हैं।
[स्रोत- बालू राऊत]