जैसा की हम सब जानते है साल 2014 से देश में मोदी नाम की एक लहर चल रही है और जो इस लहर के सामने आता है वो उड़ जाता है और फिर किसी भी काम का नहीं रहता है कुछ ऐसा ही दिल्ली के MCD चुनाव में देखने को मिला है,
भारत की राजधानी दिल्ली में 23 अप्रैल को नगर निअगम्य के चुनाव के लिए EVM के जरिये वोटिंग कराई गयी थी, जिसमे बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता ने हिस्सा लिया और अपने पुरे जोर लगा दिए अपने पार्टी को जिताने के लिए… एग्जिट पोल में 23 अप्रैल की शाम को BJP का परचम लहराना शुरू हो गया था.
26 अप्रैल को काउंटिंग शुरू की गयी स्टार्टिंग से ही BJP दिल्ली के सभी इलाकों से आगे चल रही थी… वही दूसरी तरफ दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी को नगर निगम चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है.
इस लिहाज से देखा जाये तो फिर एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू दिल्ली में देखने को मिला एमसीडी के तीनों निकाय में भाजपा ने प्रंचड बहुमत हासिल किया रुझान के साथ ही दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और आप विधायक अलका लंबा ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया
किन्तु आप आदमी पार्टी के लिए दिल्ली के नगर निगम के लिए ये पहला चुनाव था जिसके हिसाब से उनका अच्छा प्रदर्शन रहा और दूसरे स्थान पर रही, जबकि कांग्रेस तीसरे स्थान पर खिसक गई है.
अगर बात करे कौनसी पार्टी को कितने प्रतिशत वोट मिले है दिल्ली की जनता के तो वो इस प्रकार है भाजपा को 39.3% वही आम आदमी पार्टी को 25.8% और कांग्रेस को 21.2% वोट मिले हैं, इस चुनाव से आम आदमी पार्टी के मुखिया व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का तगड़ा झटका लगा है.