सावन इस बार 04 जुलाई, मंगलवार से शुरू होने जा रही है. इस मास में भगवान शिव की पूजा की जाती है.बाबा भोले के भक्त इस माह का इंतजार करते रहते हैं. क्योंकि श्रावण मास को सब महीनों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है. सावन के में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा आराधना होती है. जिससे लोगों को मनवांछित फल मिल पाता है. इस बार सावन में मलमास भी लग रहा है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठना लाजिमी है कि इस बार श्रावण मास कितने दिनों का होगा और कितने सोमवारी लगेंगे. तो चलिए हम आपको पूरी जानकारी देते हैं.
पंडित राम सागरजी कहते है कि श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार दो सावन लग रहा है. 4 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है और 17 जुलाई तक सावन का प्रथम भाग रहेगा, जिसे शुद्ध सावन कहते हैं. इसके बाद 18 जुलाई से मलमास यानी खरमास की शुरुआत होगी, जो 1 माह तक रहेगा. उसके बाद पुनः श्रावण मास की सोमवारी की शुरुआत हो जाएगी. इस तरह से 2 महीने के सावन में इस बार 8 सोमवारी व्रत लगा है.
19 साल बाद सावन पर ये शुभ संयोग
इस साल का सावन बेहद खास रहने वाला है. क्योंकि इस बार सावन 59 दिनों के रहेंगे. यह संयोग लगभग 19 साल बाद बनने जा रहा है|
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना 04 जुलाई से शुरू होगा. अधिकमास के कारण सावन में 8 सोमवार रहेंगे.
10 जुलाई– सावन का पहला सोमवार
17 जुलाई– सावन का दूसरा सोमवार
24 जुलाई– सावन का तीसरा सोमवार
31 जुलाई– सावन का चौथा सोमवार
07 अगस्त – सावन का पांचवा सोमवार
14 अगस्त– सावन का छठा सोमवार
21 अगस्त– सावन का सातवां सोमवार
28 अगस्त– सावन का आठवां सोमवार
31 अगस्त– सावन समाप्त
व्रत करने की विधि
व्रत भगवान भोलेनाथ को विशेष प्रसन्न करने के लिए किया जाता है| सोमवार का व्रत निर्जला नहीं होता है|उनका पूजन गंगाजल, बेलपत्र, चंदन, आक, भांग, धतूरा एवं धान का लाबा से करें|शिव मंत्र का 108 बार जाप करें. संध्या काल में आप उपवास के दौरान नमक ग्रहण ना करें. निश्चित ही भोलेनाथ आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगे|मान्यता है कि सुबह और शाम को पूजा करने के बाद ही सावन सोमवार व्रत का पारण उत्तम होता है|