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सावित्री बाई फुले की 187 वी जयंती मनाई गई

03 ज़नवरी 2018 को माँ सावित्री बाई की 187 जयंती पर विवेकानन्द नवयुवक मण्डल हर्ष सीकर जयंती को एक सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है जिसमे में अलग अलग कार्यक्रम होने है जिसमे आज कार्यक्रम की शुरुआत हुई ।

जिसमें माँ सावित्री बाई फुले के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित कर सप्ताह कार्यक्रम की शुरुवात की गई जिसका सचालन अध्यापक राधेश्याम सैनी ने की ओर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि- सुरभि समूह के निदेशक किशनलाल सैनी रहे और युवा साथी पवन सैनी रहे जिसमे किशनलाल जी ने सावत्री बाई ने जो देश की नारी शक्ति के लिये किया ।

उसको विस्तार से बताया । ओर भाई शंकर लाल सैनी ने भी बताया कि उनका बाल विवाह हुआ था मात्र 9 साल की उम्र में विवाह महात्मा ज्योतिबाराव फुले के साथ 1840 मे हुवा ओर 1848 में भारत की पहली महिला विद्यालय खोली ओर भारत की पहली महिला अध्यपिका बनाने का गौरव भी सावित्री बाई फुले को ही मिला ।

मुकेश कुमार सैनी ने भी बताया कि नारी शक्ति के लिए पूरे देश मे जो काम किया उस के लिए युवा मण्डल के माध्यम से सरकार से फुले दम्पति को भारत रत्न के लिये पोस्ट कार्ड भेजे जाएंगे सरकार को । प्रमोद ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के युवा जो अपने लक्ष्य से भटक रहे है ये भी विचार करने वाली बात है अपने देश के लिये ।

इस सप्ताह के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मोतीराम ने बातया की एक दिन श्रमदान, एक दिन पेड़ों में पानी डालने, एक दीन दशरथ मनोविकास सस्थान में मनबुद्धि के बीच खाने का कार्यक्रम एक दिन विचार गोष्ठी युवा ओर अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे बेगाराम जी सुनील नेमीचंद सैनी प्रमोद सैनी महेश सैनी सुरेद्र हेमन्त सैनी सुभम सैनी आदि रहे ।

[स्रोत- धर्मी चन्द जाट]

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