उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के किसानों के साथ कर्ज माफी के नाम पर एक बहुत ही भद्दा मजाक किया गया है कर्ज माफी के नाम पर किसी के 19 पैसे तो किसी के 90 पैसे का कर्ज माफ किया गया है यूपी सरकार का यह निर्णय गरीब किसानों के मुंह पर एक जोरदार तमाचा से कम नहीं.
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जी हां इटावा जिले में यूपी सरकार द्वारा किसानो के साथ बहुत ही गंदा मजाक किया गया है. उत्तर प्रदेश में सरकार बनने से पूर्व बीजेपी ने यह घोषणा करी थी कि अगर उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनी तो हम किसानों के कर्ज माफ करेंगे और सरकार अपने उस वादे को पूर्ण तरीके से निभा रही है चाहे किसी का 19 पैसा माफ करके चाहे किसी का 90 पैसा माफ करके.
Etawah (UP): Farmers get loan waiver of 19 paise and 50 paise, say government has played cruel joke on us pic.twitter.com/T5btfOJzBD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 15, 2017
यूपी सरकार का यह कदम उन गरीब किसानों को ठेस पहुंचाने वाला है, सिर्फ किसान ना होकर उनमें से कुछ उन परिवार के सदस्य भी हैं जिनके पूर्वज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रह चुके हैं. जी हां इटावा जिले के किसान ईश्वर दयाल के साथ यूपी सरकार द्वारा कर्ज माफी के नाम पर 19 पैसे ही माफ किए गए हैं. ईश्वर दयाल एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से ताल्लुक रखते हैं उनके पूर्वजों ने भारत को आजादी दिलाने में सहयोग करा था. ईश्वर दयाल का कहना है कि सरकार उनके साथ इस तरह का बर्ताव कर सकती है ऐसी उन्हें उम्मीद तक नहीं थी.
Our ancestors were freedom fighters. It's a slap on faces of freedom fighters' families. Govt played cruel joke on us: Ishwar Dayal, Farmer pic.twitter.com/7ttF6URICC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 15, 2017
ना केवल ईश्वर दयाल बल्कि इटावा जिले के कई अन्य किसानों का कर्ज माफी के नाम पर कुछ पैसे का कर्ज माफ किया गया हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने यह घोषणा करी थी कि किसानों के कर्ज का एक-एक लाख रुपया सरकार द्वारा माफ किया जाएगा मगर यहां तो कुछ और ही देखने को मिल रहा है.
This is false. Have waived loans as high as Rs 1,00,000, even Rs 80,000&Rs 90,000 for some farmers: Satyadev Pachauri, UP Cabinet Minister pic.twitter.com/N4VOyAKuV7
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 15, 2017
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी का कहना है कि यह सब बातें गलत हैं कर्जमाफी के तौर पर किसानों के 80000 से एक लाख रुपए तक माफ किए गए हैं. मगर जिन किसानों के साथ यह घटना घटित हुई है वह सरकार के इस फैसले से बहुत ज्यादा नाराज हैं और इस फैसले को बहुत ही भद्दा मजाक बता रहे हैं.