1 जून से आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का 8वां संस्करण शुरू हो रहा है। इस टूर्नामेंट को लेकर दर्शकों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। दूर्नामेंट में दुनिया की सबसे मजबूत 8 टीमें भाग लेतीं हैं और अपना दमखम दिखातीं हैं। इस बार वस्टइंडीज की टीम इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी है और उसकी जगह बांग्लादेश पहली बार इस टूर्नामेंट में शिरकत करेगी। आइए जानते हैं कि अब तक किस-किस टीम ने इस टूर्नामेंट को जीतने में कामयाबी पाई है।
1998 में दक्षिण अफ्रीका ने मारी बाजी: साल 1998 में इस टूर्नामेंट का आगाज हुआ था और तब इसे नॉकआउट टूर्नामेंट के नाम से जाना जाता था। पहले टूर्नामेंट की मेजबानी बांग्लादेश ने की थी। पहले टूर्नामेंट के फाइनल मैच में वेस्टइंडीज को 4 विकेट से हराकर दक्षिण अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया । अब तक किस साल में किस ने मारी है बाजी आइए जानते हैं।
साल 2000 में न्यूजीलैंड बनी चैंपियन: साल 2000 में केन्या में हुए इस टूर्नामेंट में भारत ने शानदार खेल दिखाते हुए फाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन फाइनल मैच में 264 रन का अच्छा स्कोर बनाने के बावजूद टीम इंडिया इस टूर्नामेंट को जीतने से चूक गई। इस मैच को न्यूजीलैंड ने 2 गेंद शेष रहते 4 विकेट से अपने नाम कर लिया था और इसके साथ उसने खिताब पर भी अपना कब्जा कर लिया था।
भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से बने विजेता: साल 2002 में इस टूर्नामेंट का नाम बदल कर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी रख दिया गया। इस तीसरे संस्करण में भी भारत ने एक बार फिर बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन लगातार 2 दिन हुई बारिश की वजह से फाइनल मैच पूरा नहीं हो पाया। इसलिए श्रीलंका और भारत को संयुक्त रूप से विजेता घोषित कर दिया गया।
2004 में वेस्टइंडीज बनी चैंपियन: 2004 में इंग्लैंड में हुए चौथे संस्करण के फाइनल मैच में इंग्लैंड के 217 रन के जवाब में वेस्टइंडीज ने इस रोमांचक मैच को 2 विकेट से जीतकर ट्रॉफी अपने नाम की। भारत का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में निराशाजनक रहा और टीम को ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान के हाथों हारकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवार्ड वेस्टइंडीज के रामनरेश सरवन को दिया गया।
2006 में कंगारुओं ने मारी बाजी: भारत की मेजबानी में वर्ष 2006 में हुए 5वें संस्करण में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जीत का डंका बजाया। फाइनल मैच में वेस्टइंडीज को 8 विकेट से रौंदते हुए ये टूर्नामेंट अपने नाम किया। वेस्टइंडीज के क्रिस गेल को सबसे ज्यादा 474 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
2009 में लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया चैंपियन बनी: 2009 में हुए छठे संस्करण में एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जीत का परचम लहराया। फाइनल में न्यूजीलैंड के 200 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 28 गेंद शेष रहते यह मैच 6 विकेट से जीत लिया। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खराब प्रदर्शन का सिलसिला इसमें भी जारी रहा। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 288 रन बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग को प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड मिला।
साल 2013 में भारतीय टीम ने जीता खिताब: 2013 में आयोजित सातवां संस्करण भारत ने शानदार तरीके से अपने नाम किया। पूरे टूर्नामेंट में एक तरफा खेल दिखाते हुए भारत ने फाइनल तक का सफर तय किया जहां उसका मुकाबला इंग्लैंड से हुआ। वर्षा से बाधित ये मैच भारत ने 5 रन से जीत लिया। इस टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे भारत के शिखर धवन ने सबसे ज्यादा 363 रन बनाए।