फिर भी

संविधान दिन के अवसर पर बीड जिले के आदर्श शिक्षक राजेंद्र लाड द्वारा सरकारी कार्यालयो मे संविधान प्रास्ताविका का वितरण

पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ भीमराव अम्बेडकर, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल
कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। इस संविधान सभा ने 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में
कुल 114 दिन बैठक की। भारत के संविधान के निर्माण में डॉ भीमराव अम्बेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका
निभाई, इसलिए उन्हें “संविधान का निर्माता” भी कहा जाता है। संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया
गया था।

भारतीय संविधान में वर्तमान समय में 465 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियां हैं और ये 22 भागों में
विभाजित है। परन्तु इसके निर्माण के समय मूल संविधान में 395 अनुच्छेद जो 22 भागों में विभाजित
थे इसमें केवल 8 अनुसूचियां थीं। संविधान में सरकार के संसदीय स्वरूप की व्यवस्था की गई है जिसकी
संरचना कुछ अपवादों के अतिरिक्त संघीय है।

भारत रत्न डाॕ.बाबासाहेब आबेंडकर मसुदा अध्यक्ष थे । उनका विभिन्न देशों संविधान का गाढा
अध्ययन था । दिन और रात, अध्ययन और मन की संविधान ड्राफ्ट भारत के संविधान निर्माण इस
योगदान को उन्हें, “भारतीय संविधान के वास्तुकार” कहते हैं। संविधान लिखा पूरा करने के बाद संविधान सभा यह मान्यता का भुगतान अपने स्वीकृति की 26 नवंबर, 1949 पूरा किया । इस दिन का राह देखकर राज्य द्वारा सम्मानित किया शिक्षक की अपंग संगटना जिला सचिव और ओबीसी फाउंडेशन विकलांग सेल के राज्य प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र लाड आष्टी
शहर के ग्यारह सरकारी कार्यालयों संविधान उद्देशिका और प्रास्ताविका छवि सप्रेम यात्रा करने के लिए कर रहे हैं।

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राजेंद्र लाड ने कहा हम सब भारतीय नागरिक है । उद्देशिका कहती है मूल्यों, के बारे में सोचो, और
उसका आचरण कीजिये । संविधाना के उद्देशिका के शुरू मे हम भारत में लोगों को शब्द है भारता के
सार्वभौमिक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने भारतीयों निर्धार यह कहा जाता है।
जब प्रत्येक व्यक्ति में दूसरा व्यक्ति संबंध में उसके स्वांतत्र्य और दाएँ सम्मान करेंगे, तो स्वचालित रूप
से व्यक्तिप्रतिष्ठा बनागी । भाई चारा , विकास , न्याय और समता के आधार पर नया समुदाय निर्माण
काम होगा ।

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भारत के संविधान की उद्देशिके से मार्गदर्शन होगा तो सच की भावना 26 नवंबर 2017 एकीकृत
भारत रत्न डाँ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतियां का सम्मान करते हुए और संविधान सम्मान ये एक ही
उद्देश था। आष्टी शहर पंचायत समिति, तहसील कार्यालय, गटशिक्षणाधिकारी कार्यालय, सहायक
निंबधक कार्यालय, पुलिस स्टेशन, एकीकरण के बाल विकास सेवा की योजना कार्यालय, जि.प.लपा.उपविभाग कार्यालय, जि.प.बांधकाम उपधारा कार्यालय, जि.प.ग्रा.पा.पु.उपविभाग कार्यालय, पशुधन विकास कार्यालय, ग्रामीण अस्पताल आष्टी के ग्यारह सरकारी कार्यालयों शनिवार 25 नवंबर 2017 पर संविधान प्रास्ताविके की छवि आष्टी शहर सभी दैनिकांच्या पत्रकारो के शुभ हाथो से होना है। इतना है कि इसके बाद के संस्करण ग्यारह कार्यालय विभागप्रमुखांको रविवार, 26 नवंबर 2017 पर संविधान का अवसर छवि पूजन के लिये उपलब्ध होगा ऐसा राजेंद्र लाड ने कहा।

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