बसपा सुप्रीमो मायावती को राज्य सभा में अपनी बात न रखने देने से नाराज होकर आज राज्य सभा से इस्तीफ़ा दे दिया है. साथ ही कहा है कि लानत है ऐसी राज्य सभा पर जहाँ उनको उनकी बात नहीं रखने दिया जाता है. दरअसल आज राज्य सभा में वो दलित समूह को लेकर कुछ बातें राज्य सभा में रखने वाली थी मगर किसी कारणवश उनको बोलने ही नहीं दिया जिससे नाराज होकर मायावती ने इस्तीफ़ा दे दिया है
BSP Chief Mayawati resigns from Rajya Sabha (file pic) pic.twitter.com/40DVYK17Vw
— ANI (@ANI) July 18, 2017
मंगलवार को राज्यसभा में मायावती कुछ कहना चाहती थी, जब मायावती दलित वर्ग को लेकर के कुछ कहना चाहती थी उनका निशाना उस समय BJP सरकार पर था मायावती का कहना है कि बीजेपी सरकार में उत्तर प्रदेश के दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है.
[ये भी पढ़ें : वेंकैया नायडू ने प्रधान मंत्री मोदी और अन्य की मौजूदगी में किया उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन]
जैसे ही वह अपनी सीट से कुछ कहने के लिए खड़ी हुई तो राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन ने उन्हें रोक दिया जिसके बाद मायावती कुछ भी नहीं कह पाई इसके बाद मायावती का गुस्सा जायज़ था वह इतनी तेज भड़क गई कि उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कुछ भी कहने का मौका नहीं दिया गया तो वह राज्यसभा से इस्तीफा दे देंगी.
When I tried speaking about the weaker sections today in the Rajya Sabha, I was not allowed to speak. Why?: Mayawati,BSP Chief pic.twitter.com/FGi2IowtLU
— ANI (@ANI) July 18, 2017
यहां तक कि मायावती ने कहा ‘लालत है’ अगर मैं दलित वर्ग की और से सदन में कोई बात ना रख सकू तो मेरा वहां रहने का कोई अधिकार नहीं है इसलिए मैंने यह बात कही.