फिर भी

अन्नदाता की तो कोई नहीं सुनता, कम से कम पद्मश्री सम्मानित कृष्णा पूनिया की तो सुनो

सिद्धमुख के 14 गांव के किसानों ने सिद्धमुख नहर में सिंचाई हेतु पानी देने एवं अधूरे पड़े कार्यो को पूर्ण करवाने हेतु आज से सिद्धमुख में धरना प्रारम्भ कर दिया। किसानों से बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि सिद्धमुख नहर परियोजना की सिद्धमुख वितरिका से सादुलपुर(राजगढ़) तहसील के 14 गाँव जुड़े हुए है। जिसमे गालड़, रेजड़ी, टुडाखेडी, रामसरा ताल, राजपुरिया, ढाणी बड़ी, ढाणी छोटी, सादपुरा, सरदार पुरा , किशन पुरा बास, भीमसाना,तामखेड़ी, धांगड़,सिद्धमुख शामिल है।सिद्धमुख नहर सिंचाई ke liye dharna pradarshnइस योजना का शिलान्यास 1989 में हुआ था। तथा इस योजना का उद्धघाटन 2002 में हुआ। तब से लेकर आज तक 16 सालो में किसानों ने कभी इस नहर में पानी को नही देखा है। इस इलाके के साथ ये प्रशाशन एवं शासन का सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

किसानो को रेगुलेशन के अनुसार 111 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए। पर हमें दिया नही जा रहा है। इस धरने को शुरु करने से 6 दिन पहले भी किसानो ने प्रशासन एवं शासन को अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन के जरिये अवगत करवाया था। और उन्हें मांग पूरी न होने पर 6 दिन के बाद धरना देने की बात से भी अवगत करवाया था।मगर शासन और प्रशासन ने किसानो की समस्याओं का निस्तारण नही किया एवं उन्हें अनदेखा कर दिया। किसानो को भी अपने बच्चो का पालन-पोषण करना, उन्हें भी भूख लगती है और किसानो की जीविका इसी नहर पर निर्भर करती है। इसलिए किसानो को मजबूर होकर इस धरने पर बैठना पड़ रहा है।

धरने पर बैठे 14 गाँवो के किसानों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित एवं भारत की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कांग्रेस से सादुलपुर विधायक उम्मीदवार रही कृष्णा पूनिया ने भी समर्थन दिया। वो भी किसानों के साथ धरने पर बैठी और कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का निस्तारण नही होता वो भी किसानों के साथ धरने पर बैठी रहेगी।

[स्रोत- विनोद रुलानिया]

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